Wednesday, January 16, 2019

सर्च इंजिन ऑप्टिमाइजेशन की ज़रूरत क्यो Seo for hindi websites Google seo kya hai Search Engine Optimization

What is keyword in seo in hindi 2019 - सर्च एंजिन अप्टिमिज़ेशन की जानकारी हिन्दी मे सईओ को जाने बिना आप अपने ब्लॉग पर सर्च एंजिन्स से क्वालिटी ट्रॅफिक रिसीव नही कर सकते तो चलिए आज में आपको इसके बारे मे डीटेल्स से बतता हू की ये आख़िर है क्या हे ओर काम कैसे करता है.

वॉट इस सईओ क्या है सर्च एंजिन अप्टिमिज़ेशन इन हिन्दी

आज इस ट्यूटोरियल मे आपको ब्ताने जा रहा हू की सेओ क्या है ओर ये काम कैसे करते है. वेबसाइट को सेओ अप्टिमिज़ेशन की ज़रूरत क्यू होती है.

आक्च्युयली SEO  कोई बहुत कठिन पाठ नही है जिसे समझा नही जा सके. अगर आप इसके बारे मे केर्फुली पढ़ेंगे तो मेरा मानना है की ये 3 वर्ड्स का लेशसिओं आपको 1 दे मे याद हो जाएगा ओर फिर आपको इसके बारे मे पूरी इन्फर्मेशन होगी.

बस ज़रूरत है तो इस लेशसिओं पर आचे से फोकस करने की

गूगले, बिंग, याहू जैसे सभी search engines me contnet शो होते है ओर ये लोग एक नही बाहुत सारे होते है. पहले इंटरनेट पर बहुत कम वेबसाइट  ब्लॉग होते थे पर अब दुनिया कर हर तीसरा आदमी इंटरनेट उसे करता है. इसलिए इंटरनेट पर अब मिलियन्स वेबसाइट ब्लॉग मोजूद है.

उन सभी मे से सर्च एंजिन उन्ही लोगो की पोस्ट को फर्स्ट रंक मे शो करता है जिनकी पोसर सर्च एंजिन फ्रेंड्ली हो. यानी सर्च एंजिन अप्टिमिज़ेशन करके लिखी गयी हो.

वेबसाइट को सर्च इंजिन ऑप्टिमाइजेशन की ज़रूरत क्यो होती है?

आप इंटरनेट पर ऑनलाइन कोई भी बिज़्नेस करते हो आपको हर ऑनलाइन बिज़्नेस मे विज़िटर्स (कस्टमर्स) की ज़रूरत पड़ती है. ओर आज की दुनिया मे सर्च एंजिन्स जैसे गूगे, बिंग, याहू आंड अस्क मोस्ट इंपॉर्टेंट डाक्तोर बन गये है. इनके बिना ऑनलाइन बिज़्नेस को सक्सेस बनाना बहुत मुश्किल काम है.

सपोज़ कीजिए आप एक वेबसाइट ओनर है ओर अफिलीयेट प्रॉडक्ट सेल करके या गूगले आद्शेन्से जैसी अड्वर्टाइज़िंग सर्विस उसे करके अर्निंग करते है तो आपको ऑर्गॅनिक ट्रॅफिक की बहुत ज़रूरत है.

क्यूकी आज हर कोई सबसे पहले सर्च एंजिन्स मे अपना टॉपिक सर्च करता है. सक्सेस ऑनलाइन बिज़्नेस करने वालो का कहना है की डाइरेक्ट आने वेल ट्रॅफिक से सर्च एंजिन से आने वेल ट्रॅफिक पर ज़्यादा सेल होती है.


अगर आपकी साइट पर 10,000 डाइरेक्ट ट्रॅफिक है ओर आप डेली $100 कमाते हो. वोही आपकी साइट पर अगर 5,000 यानी 50% ट्रॅफिक सर्च एंजिन्स से आता हो तो आप पेर दे $100 तो $500 अर्न कर सकते हो. अब ये बात क्लियर हो गयी की वेबसाइट ब्लॉग के लिए सर्च एंजिन ट्रॅफिक बहुत ज़रूरी है.

नाउ, सर्च एंजिन से ट्रॅफिक पाने के लिए आपको सेओ को फॉलो करना ज़रूरी है. यानी की आपकी साइट के लिए सर्च एंजिन अप्टिमिज़ेशन मोस्ट इंपॉर्टेंट है.

बेसिकली सेओ प्रोसेस 2 टाइप की होती है ओं पेज सेओ आंड ऑफ पेज सेओ

1. ON page seo kya haiओं पेज सेओ:

इसमके अंतर्गत (अंडर) वेबसाइट स्पीड, टाइटल टॅग, मीटा डिस्क्रिप्षन, कीवर्ड डेंसीटी, हेद्देन कॉंटेंट, इमेज अल्ट टॅग, इंटर्नल आंड एक्सटर्नल लिंक्स, उरल स्ट्रक्चर, बोल्ड इंपॉर्टेंट कीवर्ड्स, रेस्पॉन्सिव वेबसाइट देस्ज्ञ, पोस्ट हेड्डिंग, पोस्ट लेंग्थ आंड सीतेमप अप्टिमिज़ेशन आते है.

मैने इसके बारे मे ओं पेज सेओ: वेबसाइट को सर्च एंजिन मे फर्स्ट पेज पर लाने की टॉप 10 टेक्नीक्स पोस्ट मे फुल डीटेल्स मे ब्टाया है. आप इस पोस्ट को एक बार ज़रूर पढ़े.

 2. Off page seo kya hai ऑफ पेज सेओ

ऑफ पेज सेओ मे सर्च एंजिन सबमिशन, उसे कीवर्ड्स इन पोस्ट, बूकमर्किंग युवर वेबसाइट, डाइरेक्टरी सबमिशन, उसे गूगले प्लस तो बूस्ट युवर साइट ट्रॅफिक, उसे ट्विितेर आंड अदर सोशियल मीडीया साइट्स, उसे क्वेस्चन आन्सर फॉर्म, स्लाइड शेर, ब्लॉग कामेंटिंग ओर गेस्ट पोस्ट उसे करना होता है.

इसमे सबसे इंपॉर्टेंट फॅक्टर होता है बक्कलिंक्स. आपकी साइट पर जीतने ज़्यादा बक्कलिंक्स होंगे गूगले की नज़र मे आपकी साइट की उतनी ही रेप्युटेशन होगी.

फाइनली, सेओ सर्च एंजिन अप्टिमिज़ेशन के बारे मे ओर अधिक जानकारी के लिए आप सुपपोर्टमेंडिया ब्लॉग की सेओ से रिलेटेड पोस्ट अधिए. ई प्रॉमिस आपको इसके बारे मे पूरी जानकारी मिलेगी. इसके अलावा मई इस ब्लॉग पर मोस्ट्ली सर्च एंजिन अप्टिमिज़ेशन के बारे मे ही आर्टिकल पब्लिश करता हू.

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